शुक्रवार, 17 जून 2016

सीएनजी व्यथा-कथा 01

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के मुताबिक साल 2016 के पहले चार महीनों में रिकॉर्ड 72 नए सीएनजी स्टेशन स्थापित किए गए हैं। इनमें से 51 राजधानी दिल्ली में जबकि 21 एनसीआर इलाके में हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार दिल्ली और एनसीआर इलाके में 104 नए सीएनजी स्टेशनों को खोला जाना था। संबंधित एजेंसियों की मानें तो कार्य ...प्रगति पर है।
लेकिन इतने नए सीएनजी स्टेशनों के अस्तित्व में आ जाने के बावजूद सीएनजी स्टेशनों पर लगने वाली गाड़ियों की कतारें लगातार लंबी होती जा रही है। व्यस्त एवं अति-व्यस्त सड़कों पर लगने वाले जाम के इतर कई जगह इन्हीं बेतरतीब कतारों से ट्रैफिक लगातार बाधित होता है। शहर में सीएनजी गाड़ियों की संख्या में एकदम से बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है, वजह वाज़िब है लेकिन मौजूदा सीएनजी स्टेशन इतनी बड़ी संख्या में गाड़ियों को एक तय वक्त के भीतर संभाल पाने में लगातार नाकाफी साबित हो रहे हैं।
सीएनजी से वाहन चलाना सस्ता पड़ता है, प्रदूषण भी कम लेकिन सीएनजी भरवाने में भी आपको रिकॉर्ड वक्त लगाना पड़ रहा है। सुबह के 6 बजे हों, दोपहर के 2 बजे हों या फिर रात के 12 बजे का वक्त हो... नज़ारा हर वक्त हर जगह करीब-करीब एक सा ही रहता है।
उपर्युक्त जानकारी (आंकड़े) खबरों से मिली है...
ये अनुभव मेरा व्यक्तिगत है...
लेकिन ये वक्त हम सभी का है जो हम इस शहर में बनती नई-नई कतारों में ज़ाया कर रहे हैं।
(विस्तृत अनुभव के संकलन का कार्य प्रगति पर है)

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